वसीला
हजरत उमर इब्ने अलखत्ताब रदिअल्लाहो तआला अन्हा बयान करतें है जब कहत वाकह हुआ करता था तो लोग हजरत अब्बाश इब्ने अल मुत्तलिब के जरिये से बारिश तलब किया करते थे के ऐ खुदा हम तेरे नबी के चचा को वसीला ला कर अर्ज करतें है के हम पर बारिश नाज़िल फरमा । चुनाचा वो लोग बारिश से शेराब किये जाते थे।
सही बुखारी हदीश नंबर 528
सही बुखारी हदीश नंबर 528
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